
कुछ लोग इस दुनिया में सिर्फ पैसे कमाते हैं और वहीं कुछ लोग रिश्ते। जी हां यहां में बात कर रहा हु एक ऐसे शिक्षक की जिन्होंने शिक्षक के नाम पर एक मिसाल कायम कर दी है।
उन्होंने सबके साथ एक मजबूत रिश्ता सा बना लिया । यह एक अच्छे अध्यापक ही नही बल्कि एक अच्छे व्यक्ति होने की भी मिसाल कायम कर दी है ।
उन शिक्षक का नाम है आशीष डंगवाल। आप खुद ही पढ़ ली जिये उनके शब्द……
एक असली शिक्षक को ही मिलता है इतना प्यार….
मेरी प्यारी #केलसु #घाटी, आपके प्यार, आपके लगाव ,आपके सम्मान, आपके अपनेपन के आगे, मेरे हर एक शब्द फीके हैं । सरकारी आदेश के सामने मेरी मजबूरी थी मुझे यहां से जाना पड़ा ,मुझे इस बात का बहुत दुख है ! आपके साथ बिताए 3 वर्ष मेरे लिए अविस्मरणीय हैं। #भंकोली, #नौगांव , #अगोडा, #दंदालका,#शेकू, #गजोली,#ढासड़ा,के समस्त माताओं, बहनों, बुजुर्गों, युवाओं ने जो स्नेह बीते वर्षों में मुझे दिया मैं जन्मजन्मांतर के लिए आपका ऋणी हो गया हूँ। मेरे पास आपको देने के लिये कुछ नहीं है ,लेकिन एक वायदा है आपसे की केलसु घाटी हमेशा के लिए अब मेरा दूसरा घर रहेगा ,आपका ये बेटा लौट कर आएगा। आप सब लोगों का तहेदिन से शुक्रियादा । मेरे प्यारे बच्चों हमेशा मुस्कुराते रहना। आप लोगों की बहुत याद आएगी। 🙏🏻🙏🏻




















ये थे …. ट्रांसफर हो जाने के बाद Ashish Dungwal के बोल…..